Daily Archives: July 23, 2015

tss hindi poetry मेरे ख़याल

अश्क-ए-सागर  में  डूबने  से ज़रा  शोर  तो  होगा, मेरी  इस  ख़ुदकुशी  पे रोया कोई और  तो  होगा | रास्ते   सुनसान  हैं,  मेरी   मंज़िल  भी  दूर   है, सांस  लेने को  बियाबां  में  कहीं  ठौर  तो होगा | दुश्मनी  ही  सही,  कोई तो  रिश्ता  हो कम से कम, हर मुख़ालिफ़ ने किया  इसपे  कभी गौर तो होगा | मेरा  हर आंसू  है  मेरी  ही  ख़ामोशियों  की जुबां, नहीं लफ़्ज़ों में अगर, अश्कों  में  वो ज़ोर तो होगा | एक ख्वाहिश थी लिख सकूँ मैं ख्वाहिशों की इक ग़ज़ल, कि  फ़ना  बाद  मेरा  ज़िक्र  किसी  ओर  तो  होगा || — संगीता

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