Daily Archives: October 15, 2017

tss hindi poetry मेरे ख़याल

मेरे ख़याल मेरे ख़याल मेरे ख़यालों का ये सागर जो गहरा होता, लहरों तले भी तूफ़ां सा एक ठहरा होता | चिराग मैं जलाती यादों के हर घड़ी जो,…

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