?? राग मल्हार ??
आयरिश काव्य शैली “डायबीडे” (Deibhidhe) को हिन्दी में कहने की मेरी विनम्र कोशिश !
कैसा ये धुप्प अँधेरा
ठहरा सा है सवेरा
धुन ये टापुर – टुपुर छाई
वर्षा भी झूम-झाम कर आई |
आँखों की ये कहानी
जैसे नदी की रवानी
ये बहकी – बहती बूँदें
जैसे ठौर – ठिकाना ढूँढ़ें |
मन से जो बहती व्यथा
बादल कहते वही कथा
बस सुध सावन की हर ओर
और भर भादो नाचते मोर |
इंद्रधनुषी ? ? बौछार
पपीहा गाए राग मल्हार
मेघा घनघोर, घुमड़ कर
धरती सरस, संवर कर |
चाँद हुआ जो मृगछौना
तारों का है बिछौना
नभ से घोर घटा बरसे
पर हम हरदम क्यों तरसें ?
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Deibhidhe (pronounced “jay-vee” in English ) “डायबीडे” आयरलैंड (Ireland ) की एक पुरानी और मुश्किल काव्यशैली है ! देखने में आसान पर बहुत कठिन, क्योंकि इसके बहुत सारे नियम और प्रतिबंध हैं ! इतनी सख्त नियमावली का पालन करते हुए इतनी छोटी कविता के द्वारा अपनी भावनायें व्यक्त करना …..मुश्किल तो होगा !
नियमों की सूची ….
1. हर पंक्ति में सिर्फ 7 मात्रायें (Syllables) होनी चाहिये !
2. कविता मुक्तकों ( Quatrains ) में बंटी होगी जो AA/ BB की तुकबन्दी (Rhyme Scheme) में लिखी जायेगी ! जैसे …. अँधेरा -सवेरा / छाई – आई ..
3. हर पद्य ( paragraph ) की तीसरी और चौथी पंक्ति के बीच में एक जोड़ी तुकांत शब्द ( Rhyming words ) होंगे जो अनुप्रास (Alliteration ) में होंगे ! जैसे ….टापुर- टुपुर … झूम- झाम
4. ये राईमिंग वर्ड्स की जोड़ी तीसरी और चौथी पंक्तियों के बिचो-बीच होगी ! ना शुरू में, ना ही अंत में !
5. इन सभी नियमों का पालन बहुत ही सख्ती से किया जाना चाहिये !
ये सारे नियम बताकार क्या मैने आपको इतना परेशान किया कि आप मेरी कविता ही भूल गए ? माफ़ करें और एक बार फिरसे मेरी “राग-मल्हार” ज़रूर पढ़ें ! छोटी, सुन्दर, नाजुक सी कविता है पर नियमों के बोझ तले दबी हुई , बिल्कुल एक स्त्री की तरह !
बारिश का मौसम अब भी है … पकौड़े खायें …दही-भल्ले खायें …और साथ में मेरी Deibhidhe ??राग मल्हार?? का आनन्द लें ! ???
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Deibhidhe is an approximation of the Irish Gaelic poetry form. The actual form needs quatrains made up of lines of only seven syllables each where the last stressed syllable of the first line rhymes with the last unstressed syllable of the second line, and the same pattern is to be repeated in the third and fourth lines, with the additional requirement of two alliterative rhyming words in the middle of the third and fourth lines. No restriction on total length of the poem. Mine is the Hindi version of Irish Gaelic Deibhidhe Poem.
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