Tag Archives: Sangeeta Mishra

सारंग : एक नयी काव्य विधा, संगीता मिश्र ! Sarang by Sangeeta Mishra

           सारंग: एक नयी काव्य विधा कवयित्री  कहकर पुकार लो  या  कह लो  मुझको  शायरासीमा *से  परे *हैं   स्वप्न  मेरे  ख़्वाबों  का ना  कोई  दायरा  हैं शब्द…

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नवरात्रि के नवरंग : नवरात्रि, अर्थात निर्माण, पोषण और अंततः विजय और विनाश का उत्सव ! रंग का उत्सव, राग का उत्सव, प्रेम और अनुराग का उत्सव ! पर, इन…

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Blue for Autism Awareness

A Rose is a Rose is a Rose is a Rosewhether it’s red, pink, or blueGod made us in shades of VIBGYORand told us to live those hues. The azure…

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लता

लता को क्या गाऊँ, क्या लिखूँ ? माँ नहीं थीं वो. न दीदी, ना ताई…ना कोई देवी ! बस लता. कैसे बाँध दूँ बहती स्वरधारा को इन छोटे-छोटे रिश्तों में…

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उस सघन काली सड़क पर...

उस काली सड़क पर… मैं कहानियाँ सुनाने में अच्छी नहीं | बड़ी ही बोझिल हो जाती है कहानी मेरी कलम से निकालकर .. पर ये कहानी मेरे मन के बहुत…

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Raag, Music

RAAG LAYS IN ROSE Running the gamut, Raag aired his longing clandestine, Agreeable was Ragini, his love and concubine. Arcane was their love, though opened up like pea-pods, Gliding with…

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