Tag Archives: hindi poem

सितारों

मन स्याह अमावस मेरा फीके सभी तारे, उजाले ले गयी हो तुम पीछे हैं अँधेरे | दिए जलाके आँखों के बाती सी मैं जली, याद आ रही न जाने क्यों…

Read more

Journalism

??हमारी  करारी  Journalism ?? चलिए, News hunting करलें !थोड़ी channel surfing करलें ! सबसे ऊँचे सुर लगा-लगाअर्णव गा रहे राग ‘कंगना‘यह देश ‘Republic’ है, लोगोंकुछ और बोलना यहाँ मना !…

Read more

ज़िन्दगी ही तो है

है उम्र क्या ? महज़ ये दिल्लगी ही तो है कुछ और है जीना, कि ज़िन्दगी ही तो है जलाये कुछ दिये, बुझाईं मोमबत्तियांआँखों में फिर भी एक तिश्नगी ही…

Read more

Happy Birthday

It’s August, the 1st, and I wish you Happy Birthday with verses as effervescent as you… ??? रुख हवाओं का वो एक पल मोड़ देचाहे तो पानी से पत्थर तोड़…

Read more

ग्रीष्म गर्जना ,

ग्रीष्म गर्जना कोयल कूकी अमराई मेंगा रही मारवा राग,सूरज बन बैठा अग्निकुंडबरसाता है बस आग ! हो रहा गगन में अश्वमेघहै रश्मिरथी इस पार,सातो घोडों पर हो सवारचल पड़ा क्षितिज…

Read more

The Style Symphony

मेरे अलफ़ाज़ में अब भी वो ख़लिश बाक़ी है कि, उफ़ भी मैं करूँ, तो पिघलता है फ़लक डूबती शाम का अब भी वो पहर बाक़ी है आसमां में…

Read more

radha krishna painting

मेरी यात्रा अविरल, हर पल मैं चली छोड़ ऐश्वर्य, महल मुड़कर देखा बस एक बार कुछ टूटा था, जो छूटा था मैं आहत थी और शब्दहीन, तुम मुखर बड़े और…

Read more

27/27