काली सड़क पर…
उस काली सड़क पर… मैं कहानियाँ सुनाने में अच्छी नहीं | बड़ी ही बोझिल हो जाती है कहानी मेरी कलम से निकालकर .. पर ये कहानी मेरे मन के बहुत…
कैसे गाऊँ गीत सुरीले ?
कैसे गाऊँ गीत सुरीले..? सब कहते हैं मन बहला लो कविता रच डालो, कुछ गा लो, पर, सुर फीके, शब्द हैं गीले कैसे गाऊँ गीत सुरीले…? * जब असंख्य नैनों…
जब कोई नही होता तो बस मैं होती हूँ..
जब कोई नही होता तो बस मैं होती हूँ.. स्त्री है वो ! स्वयं में शक्ति ! उसे किसी की आवश्यकता नहीं । आज उसकी अवहेलना कर भी दी तो…
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे…
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे.. बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे.. प्रश्न लिए अस्तित्व का जोछोड़ आए घर-चौबारे,पहुँचा वो आंदोलन अबमंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे | जिन कन्धों पर हल थे…
Hindi Poetry, Down the Memory Lane
Hindi Poetry Is Not Dead कल जो अलफ़ाज़ समेटे थे, कुछ पुराने से,आज अख़बारों की रद्दी में वही गुम से हैं ! चंद लफ़्ज़ों में हम जो ख़्वाब बुना करते…
#FarmersProtest : ‘जय किसान’ VS ‘नमो-नमः’
#FarmersProtest …for some, it’s breaking news and for some, a trending hashtag on social media. However, there are some for whom it’s a regular mayhem caused by some trivial mortals…
ऐ गुलाब !… A Roseate Sonnet in Urdu/Hindi
ऐ गुलाब (O, Rose )… A Roseate Sonnet written in Urdu/ Hindi and translated into English, a classic sonnet which is fashioned into Persian ‘Rubaiyat or Rubaiyaan‘! To know about both…